अब दुनिया के इस देश में बच्चों के लिए इच्छामृत्यु मंजूर , पूरे विश्व में छिड़ी बहस
चंडीगढ़ 19 अप्रेल ( हरप्रीत सिंह जस्सोवाल ) मृत्यु जब भी होती है लोग सहम जाते है और रोतें है उनको अपने पास आने के लिए भगवान की मिनते करते है लेकिन
भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में इच्छामृत्यु को कानूनी मान्यता देने को लेकर बहस जारी है । वहीं नीदरलैंड्स ने बच्चों के लिए इच्छामृत्यु मंजूर करने के लिए कानून बना दिया है. इससे पहले बेल्जियम भी इसी तरह का कानून बना चुका है. बेल्जियम ने 2014 में ही बच्चों के लिए इच्छामृत्यु के नियम बना दिए थे. वहां 2016 में 17 साल के बच्चे को पहली बार इच्छामृत्यु की अनुमति दी गई थी. लेकिन, नीदरलैंड्स सरकार के इस फैसले पर दुनियाभर में इच्छामृत्यु पर फिर बहस छिड़ गई है. नीदरलैंड्स सरकार ने बच्चों के लिए इच्छामृत्यु मंजूर किए जाने के लिए कई तरह की शर्तें तय की हैं. नीदरलैंड्स की सरकार के बनाए नए कानून के तहत माता-पिता अपने मरणासन्न बच्चों को डॉक्टरी सहायता से इच्छामृत्यु मांग सकते हैं. कानून के मुताबिक, इच्छामृत्यु की मंजूरी सिर्फ उन्हीं बच्चों के लिए दी जाएगी, जो किसी ऐसी बीमारी या हालात से गुजर रहे हों, जिसके ठीक होने की कोई उम्मीद ना हो और बच्चा असहनीय पीड़ा से गुजर रहा हो. इसके अलावा इच्छामृत्यु की अनुमति बच्चे नहीं, बल्कि उसके माता-पिता के आग्रह पर ही दी जाएगी. यही नहीं, माता-पिता भी सिर्फ 12 से कम उम्र के बच्चों के लिए इच्छामृत्यु का अनुरोध कर सकते हैं▪️